मेरा परसो तक उससे कोई वास्ता नहीं था,
अब वो मुझसे इश्क करने वाला हैं।
उसे इश्क होनेवाला हैं, ये मुझे उसकी बातों से पता चल रहा हैं।
लड़किया चलाख बड़ी होती हैं।
हां मैं परखती हूं, जानती हूं ऐसी हरकतों को।
इस उम्र में इश्क का बार बार हमारे जिंदगी में आना लाजमी हैं।
वास्ता नहीं था से अब वो हमारा अच्छा मित्र बन रहा हैं।
उसकी दोस्ती भी इस इश्क का एक चुनिंदा पैय्या हैं।
वो हर दिन आगे बढ़नेवाला हैं,
मुझे जरूरत से ज्यादा अटेंशन देनेवाला हैं।
मेरी जिम्मेदारी बढ़ रही हैं।
मुझे उसे झूठे वहम में नही उलझाना हैं।
मुझे उसे इंसान होने के नाते बता देना हैं,
या फिर आज की जुबान में कहूं तो,
उसका दिल तोड़ना हैं यह कह कर की,
मेरा इश्क पहले से मैंने चुन लिया है।
और मुझे एक से ज्यादा इश्क करने में कोई दिलचस्पी नहीं ।
इश्क का एहसास जी चुकी हूं,
वहीं अब इश्क ‘निभानेवाला’ करना हैं।
– पूजा ढेरिंगे