किताब मिलने के बाद लिखना जरूर…।
आज के दौर का मुसन्निफ़ (राइटर) पूछने की हिम्मत करता हैं, कहता हैं… कल किसी अजनबी के हाथों पर मेरी किताब होगी। उसे मेरे कद… Read More »किताब मिलने के बाद लिखना जरूर…।
आज के दौर का मुसन्निफ़ (राइटर) पूछने की हिम्मत करता हैं, कहता हैं… कल किसी अजनबी के हाथों पर मेरी किताब होगी। उसे मेरे कद… Read More »किताब मिलने के बाद लिखना जरूर…।
लेखणी फक्त शब्द नाही लिहीत, तिला तिचं म्हणणं आहे, म्हणूनच माझ्या लेखणीच्या गर्भाला लोक कळतात. त्यांच्या भावना कळतात, त्यांनाही संवेदना आहे कळतं, काहीशी त्यांची स्थिती… Read More »लेखणीला नाजायज वाटतं!